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Monday, June 20, 2011

पेहली नज़र में..

पेहली नज़र में.. कैसा जादू कर दिया..
तेरा बन बैठा है, मेरा जिया..
जाने क्या होगा..
क्या होगा.. क्या पता..
इस पल को मिलके.. आ जी ले ज़रा..
मैं हूं यहां.. तू है यहां..
मेरी बाहों मैं आ.. आ भी जा..  


ओ जानेजां.. दोनो जहां.. मेरी बाहों मैं आ.. भूलजा..


हर दुआ मे शामिल तेरा प्यार है..
बिन तेरे लम्हा भी दुशवार है..
धड्कनों को तुझसे ही दरकार है..
तुझसे हैं राहतें.. तुझसे है चाहतें..


तू जो मिली एक दिन मुझे.. मैं कहीं हो गया लापता..


ओ जानेजां.. दोनो जहां.. मेरी बाहों मैं आ.. भूलजा..


कर दिया दीवाना दर्द-ए-कश ने..
चैन छीना इश्क के एह्सास ने..
बेख्याली दी है तेरी प्यास ने..
छाया सुरूर है.. कुछ तो ज़रूर है..


ये दूरियां जीने ना दें.. हाल मेरा तुझे ना पता..


ओ जानेजां.. दोनो जहां.. मेरी बाहों मैं आ.. भूलजा..

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